सिर्फ हमारा
बड़ी ख्वाइश होती है
कभी झूमे
ये दिल भी हमारा,
कोई स्नेह से चूमे जो
माथा हमारा,
कोई हमें भी भर ले
प्यार से बाहों में,
प्यार हो हमारे लिए भी
किसी की निगाहों में,
कोई पूछे हम से भी
हमारे दिल का हाल,
काश कोई रखता
हमारा भी ख्याल,
कोई लिखता हमें भी
प्रेम भरी पाती,
कोई होता हमारे भी
दुःख सुख का साथी,
कोई होता जिससे हम अपना
दुःख सुख बतियाते ,
कोई होता जिसके दुःख में
हम आंसू बहाते,
कोई होता जिसके बिछुड़ने पर
दिल फूट फूट रोता,
कोई होता जो सिर्फ हमारा
सिर्फ हमारा ..... सिर्फ हमारा होता,
*******राघव विवेक पंडित
कोई होता जिसको अपना हम अपना कह लेते यारो
ReplyDeleteबहूत सुंदर प्रेमपूर्ण ,मनभावन रचना...
:-)