सितमगर है वो मुझे छोड़ जायेंगे
एक पल में सभी रिश्ते तोड़ जायेंगे,
मेरे अश्कों का न उन पे असर होगा
यू ही पलकों पे अश्क छोड़ जायेंगे,
देखेंगे न वो हमें मुड़कर कभी
इस बेरुखी से शहर छोड़ जायेंगे,
वो न देखेंगे ख़्वाबों में भी हमें
इस कदर नींद पर कहर बरपायेंगे,
महफ़िल में हमारा जब कोई नाम लेगा,
वो बेरुखी से, महफ़िल ही छोड़ जायेंगे,
*******राघव विवेक पंडित
एक पल में सभी रिश्ते तोड़ जायेंगे,
मेरे अश्कों का न उन पे असर होगा
यू ही पलकों पे अश्क छोड़ जायेंगे,
देखेंगे न वो हमें मुड़कर कभी
इस बेरुखी से शहर छोड़ जायेंगे,
वो न देखेंगे ख़्वाबों में भी हमें
इस कदर नींद पर कहर बरपायेंगे,
महफ़िल में हमारा जब कोई नाम लेगा,
वो बेरुखी से, महफ़िल ही छोड़ जायेंगे,
*******राघव विवेक पंडित
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